क्रेडिट कार्ड भुगतान का एक माध्यम है जो बैंक और अन्य वित्तीय संस्थानों के द्वारा जारी किया जाता है | भारत में कार्ड्स के तौर पर मुख्य रूप से तीन तरह के कार्ड्स प्रचलित है | डेबिट कार्ड्स, क्रेडिट कार्ड्स और प्रीपेड कार्ड्स | आज इस पोस्ट में हम केवल क्रेडिट कार्ड्स को कवर करेंगे, तो चलिए इसी विषय में थोड़ी और बात करते है –
असल में क्रेडिट कार्ड क्या है ?
यह असल में आपके जेब में मौजूद बैंक खाते के साथ आने वाले एटीएम कार्ड / डेबिट कार्ड की तरह ही होता है | जो बात इसे अलग बनाती है वो है भुगतान के समय इसके जरिये पैसे का स्त्रोत, यह आपके बैंक खाते की बजाय आपकी क्रेडिट लिमिट होती है , जो इसे जारी करने वाला बैंक अथवा वित्तीय संस्थान आपके क्रेडिट स्कोर को जांचने के बाद आपको देता है | जन्हा डेबिट कार्ड या एटीएम कार्ड आपके बचत खाते के साथ लिंक होता है और भुगतान करते समय आपके खाते से पैसे कट जाते है वंही आपका क्रेडिट कार्ड आपकी क्रेडिट लाइन के साथ लिंक होता है | क्रेडिट कार्ड से भुगतान के समय आपकी क्रेडिट लाइन इस्तेमाल हो जाती है और महीने की एक तय दिन आपका बिल जेनेरेट हो जाता है आपको फिर किसी अन्य बिल की तरह उसका भुगतान करना होता है | बिल भरने के लिए आपको करीब 18-20 दिनों का समय भी मिलता है |
साधारण भाषा में कहें तो आप अगर आप डेबिट कार्ड का इस्तेमाल करके कुछ खरीदते है तो उसी समय आपके बैंक खाते से वो राशि कट जाती है | वंही क्रेडिट कार्ड से भुगतान करने पर पूरे महीने का एक साथ बिल बनता है और उस समयावधि में की गयी सारी खरीद का एक साथ बिल बन जाता है और आप उसे सेविंग अकाउंट यानि बचत खाते के इस्तेमाल करते हुए भर सकते है |
साथ ही यह बात ध्यान देने योग्य है कि जंहा हर व्यक्ति बैंक अकाउंट खुलवा सकता है वंही क्रेडिट लाइन या कार्ड लेने के लिए आपका पात्र होना आवश्यक होता है | जिसमे से कुछ सामान्य पात्रताएं निम्न है –
- आप किसी अच्छे संस्थान में नौकरी कर रहे है और आपकी सैलरी 18 हजार से अधिक हो | कुछ बैंक्स के लिए यह राशि कम या ज्यादा हो सकती है |
- आप व्यापार कर रहे हैं और आपके व्यापार के जरिये आपको अच्छी और लगातार आमदनी हो रही है | इसके लिए कार्ड जारी करने वाले बैंक आपसे बैंक खाते की स्टेटमेंट अथवा ITR यानि इनकम टैक्स रिटर्न के दस्तावेज मांग सकते है |
- आपका सिबिल स्कोर बेहद अच्छा हो |
- आप पहले से ही कोई क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल कर रहे हो और आपने सारे बिल्स समय पर भरें है |
- अगर आप इनमें से किसी भी शर्त को पूरा नहीं करते है तो भी आप क्रेडिट कार्ड अप्लाई कर सकते है पर इस हेतु आपको कार्ड जारी करने वाले बैंक में एक फिक्स्ड डिपाजिट यानि एफडी करवानी होगी | बैंक इस एवज में आपको FD का 80 से 90 प्रतिशत: क्रेडिट लाइन या क्रेडिट लिमिट के तौर पर दे देता है | इस तरह के कार्ड को सिक्योर्ड कार्ड कहते है |
कुल मिलकर आपका क्रेडिटवर्दी होना आवश्यक है , अगर आप वो है वो कोई भी वित्तीय संस्थान आपको आसानी से क्रेडिट कार्ड या इस से मिलते जुलते वित्तीय संसाधन तक आपकी पहुँच को आसान करने के लिए हमेशा तैयार रहेंगे | बैंक इस बात को महत्व देते है कि कोई भी खर्च अगर आप उनके द्वारा दिए गये क्रेडिट लाइन से करते है तो आप समय पर उसे चुका देंगे | यह जानने के लिए वो आपका फाइनेंसियल बिहेवियर देखते है | आपने कभी लोन ऑटो लोन, पर्सनल लोन अथवा किसी अन्य तरह का लोन लिया है या नहीं, लिया है तो समय पर चुकाया है या नहीं आदि | इस तरह से बैंक रिस्क अस्सेस्मेंट करते है | बैंक यह जानने के लिए आपके सिबिल स्कोर का इस्तेमाल करते है |
तो ये तो है क्रेडिट कार्ड क्या है, इस विषय में जानकारी और अधिक जानकारी के लिए आप अगर चाहें नीचे दिए गये लिंक पर जाकर हमसे चैट/ईमेल कर पूछ सकते है |
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